Old Luxury Car: भारत में लग्जरी कारों की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जहाँ अधिकांश भारतीय सपना देखते हैं कि उनके पास एक शानदार कार हो। 2023-24 के दौरान बिकने वाली नई लग्जरी कारों की संख्या इस बात को पुष्ट करती है। आज हम उन तरीकों पर चर्चा करेंगे जिनसे लग्जरी कार खरीदने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति बचत भी कर सकते हैं।
सेकेंड हैंड लग्जरी कार
कई लोग जो कीमत की परवाह किए बिना नई लग्जरी कार खरीदने का मन बनाते हैं। उनके लिए सेकेंड हैंड लग्जरी कारें एक बेहतरीन ऑप्शन साबित हो सकती हैं। ये कारें उन्हें न केवल लग्जरी प्रदान करती हैं बल्कि आर्थिक रूप से भी व्यावहारिक होती हैं। हालांकि यूज्ड कार खरीदने के दौरान विशेष जोखिमों का भी सामना करना पड़ता है।
पहले कुछ सालों में घटती है सबसे ज्यादा कीमत
नई कारों की कीमत पहले कुछ वर्षों में तेजी से घटती है। जिसे मोटर बीमा के IDV (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू) मैट्रिक्स के जरिए मापा जाता है। एक कार की कीमत 2 साल के बाद लगभग 30% और 3 साल के बाद 40% घट सकती है। इसलिए जो लोग पुरानी लग्जरी कार खरीदते हैं वे बड़ी मात्रा में बचत कर सकते हैं।
लग्जरी ब्रांडों की कीमत में गिरावट
लग्जरी कार ब्रांडों की कीमतें सामान्य कारों की तुलना में अधिक तेजी से गिरती हैं। इसके अलावा अगर मार्केट में किसी नए मॉडल का आगमन होता है, तो पुराने मॉडलों की कीमतों में और भी अधिक गिरावट आती है।
रीसेल प्राइस मिलता है अच्छा
कार की कीमतों में गिरावट पर स्थानीय बाजार का भी गहरा प्रभाव पड़ता है। उदाहरण के लिए दिल्ली में डीजल कारों की कीमतें अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक तेजी से गिरती हैं क्योंकि यहां 10 वर्ष से अधिक पुरानी डीजल कारों के संचालन पर प्रतिबंध है।
ओनरशिप की कुल कॉस्ट काफी कम
सेकेंड हैंड लग्जरी कार खरीदने का मतलब है कि आपकी बीमा और रखरखाव लागत कम होगी, क्योंकि कार की शुरुआती कीमत पहले ही काफी कम हो चुकी होती है। इस प्रकार यह ऑप्शन नई लग्जरी कार की तुलना में काफी सस्ता पड़ता है।